सब्र - Sabr Patience - kavita kunji
सब्र सब्र कर बंदे ये दिन भी गुजर जायेंगे। हंसी करने वालों के चेहरे उतर जायेंगे।। यूं दिल को दुखा मत उनकी वजह से। आखिर तुझे छोड़ वो किधर जायेंगे।। हंसी करने वालों के चेहरे उतर जाएंगे। सब्…
सब्र सब्र कर बंदे ये दिन भी गुजर जायेंगे। हंसी करने वालों के चेहरे उतर जायेंगे।। यूं दिल को दुखा मत उनकी वजह से। आखिर तुझे छोड़ वो किधर जायेंगे।। हंसी करने वालों के चेहरे उतर जाएंगे। सब्…
संत और राजनीति संतों की गरिमा को यह सरासर ठेस है। राज भोग ही करना है तो क्यूँ सन्यासी का भेष है।। मानते हैं कलयुग में सब सरासर जायज है। सत्य का मर्डर हुआ धर्म अपाहिज है।। सत्यबाणी, मुक्ति,…
HindiCreative.in की कविताएँ कट पेस्ट वाली कविताएँ न होकर सच्ची /यूनीक कविताएँ होती हैं, जिन्हें समझने के लिए पाठक को थोड़ा सा अपना बहुमूल्य समय और बुद्धि दोनों खर्च करने होंगे।…
अंदाजा कौन सा वो जख्म था, जो तरो व ताजा न था। जिंदगी में इतने ग़म थे, जिनका कोई अंदाज़ा न था।। हम निकलते भी तो कैसे, बेवफ़ाओं की भीड़ से। सिर्फ दीवारें ही दीवारें थीं कोई दरवाजा न था।। उनकी…