Jhoothi - Shaan #popularpoetry #famous poem #spritualpoem
दूनियां में सब झूठ, सिवा मौत और भगवान के।
झूठा ताव दे रहा, मूंछ पे सीना तान के।।
हर रिश्ते का प्यार झूठा, सिवा भगवान की भक्ति के।
झूठे सबके अधिकार पावर, सिवा ब्रह्माण्ड की शक्ति के।।
झूठी पद प्रतिष्ठा है, झूठी सबकी शान है।
जो कहता मैं बात का धनी, वह असल बेईमान है।।
नाटक जैसा अभिनय यहां पर, असल भेस कुछ और है।
बायदा भूला ब्रह्म का,आज मंजिल कुछ और है।।
कलियुग में सिर्फ नाम अधारा, जप नाम भगवान के।
मंदिर भी कह रहा और मस्जिद ने पर्दे फाड़े कान के।।
झूठा ताव दे रहा, मूंछ पे सीना तान के।
दूनियां में सब झूठ, सिवा मौत और भगवान के।।