ऑपरेशन सिंदूर।।Ops Sindoor।। Best poem on ops sindoor


ऑपरेशन सिंदूर। सेना के शौर्य की कविता

रावल पिंडी चूर हुई, आतंकी ठिकाने ध्वस्त हुए।
आतंकी आका थर्राये, जब इरादे उनके परस्त हुए।।

लाहौर में सिमटे नहीं सिमटा, वहां ऐसा रायता फैल गया।
नौ आतंकी ठिकाने ढेर हुए, राफेल रात में पेल गया।।

जो सोचा नहीं था हुआ पाक में, आसिम मुल्ला दहल गया।
वह सीमा पर हमें ताक रहा, वहां सुखोई छाती फोड़ गया।।

न्यूक्लियर धमकी के बीच, "मिग" नूर खान को ठोंक गया।
अब कभी नहीं उठ पाएगा, तुझे ऐसे गर्त में झोंक गया।।

जब तक मुनीर होश में आया, राफेल निकल चुके थे दूर।
जोर का झटका धीरे से, दे गया "ऑपरेशन सिंदूर"।।

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