चारा घोटाला/ chara ghotala best hindi poem


चारा घोटाला 

लालू की पालतू गाय ने लालू को ललकारा,

हमे नहीं खाना आपके घोटाले का चारा।


मेरे भाई बहिनों का तुमने पेट काट डाला,

घोटाले तो कितने हुए तुम्हारे हिस्से में आया चारा।


तुम बदनाम कैसे हो गए इस चारे घोटाले में,

लोगों ने तोपें तक बेच दी और आ न सके उजाले में।


में हैरान हूं यह सब जानकर,

तुमसे तो अच्छे हैं हम नासमझ जानवर।


हमने कभी आपका पेट नहीं काटा,

सूखी घास से ही पेट भरा कभी मांगा नहीं आटा।


अब घोटाले के चारे से हमें बदनाम मत कीजिए,

गर इज्जत का नहीं है राशन तो हमें आवारा छोड़ दीजिए।

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