मास्क हिंदी कविता / best poem on corona/कोरोना हिंदी कविता / kavita kunji


मास्क 

गजब का कहर है कोरोने का।
अब भाव भी गिर चला सोने का ।।

लोग दूर हटते जा रहे माया से।
अब दौलत किस काम जब नाता ही न रहेगा काया से।।

अब भी घड़ी है कारोना को मात देने की।
मास्क पहनो आदत डाल लो अकेले रहने की।।

कुछ लोग जानकर भी आज लापरवाह बने हैं।
जबकि श्री कृष्ण खुद मास्क पहने संदेश देने खड़े हैं।।

मास्क ही है जो बचाएगा अनमोल जान को।
आज स्वर्ग में भी है हलचल कैसे बचाएं इंसान को।।

खुद देवता भी आए हैं कॉरॉना की चपेट में।
नारद भी हुए संक्रमित, बिन मास्क के देखे गए, गंगा किनारे रेत में।।

अब भी वक्त है मानव होश में आओ।
कुछ लगे तो त्वरित जांच करबाओ।।

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